हाइड्रोजन बम
हाइड्रोजन बम, जिसे थर्मोन्यूक्लियर बम भी कहा जाता है, एक प्रकार का परमाणु बम है जो हाइड्रोजन के नाभिकीय संलयन पर आधारित होता है। यह बम अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न करता है और इसकी विस्फोटक क्षमता पारंपरिक परमाणु बमों से कई गुना अधिक होती है।
इस बम का विकास अमेरिका द्वारा 1950 के दशक में किया गया था, और इसका पहला परीक्षण 1952 में हुआ। हाइड्रोजन बम का उपयोग युद्ध में किया जा सकता है, लेकिन इसके विनाशकारी प्रभावों के कारण इसे नियंत्रित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संधियाँ भी बनाई गई हैं।