स्विस सुधारक
स्विस सुधारक, या स्विस सुधार आंदोलन, 16वीं शताब्दी में स्विट्ज़रलैंड में धार्मिक और सामाजिक सुधारों का एक महत्वपूर्ण चरण था। यह आंदोलन मुख्य रूप से मार्टिन लूथर और जॉन कैल्विन के विचारों से प्रेरित था, जिसने कैथोलिक चर्च की प्रथाओं और सिद्धांतों पर सवाल उठाए।
इस सुधार के दौरान, कई स्विस शहरों में प्रोटेस्टेंट चर्चों की स्थापना हुई, जिससे धार्मिक विविधता बढ़ी। ज़्यूरिख और जिनेवा जैसे शहरों ने इस आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे स्विस समाज में धार्मिक स्वतंत्रता और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हुआ।