स्वर संधि
स्वर संधि एक महत्वपूर्ण व्याकरणिक नियम है, जो हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में स्वर के मेल को दर्शाता है। यह तब होता है जब दो स्वर एक साथ आते हैं, और उनका उच्चारण एक विशेष तरीके से किया जाता है। स्वर संधि के अंतर्गत स्वर के परिवर्तन या समायोजन की प्रक्रिया होती है, जिससे शब्दों का सही उच्चारण सुनिश्चित होता है।
स्वर संधि के विभिन्न प्रकार होते हैं, जैसे कि दीर्घ स्वर संधि और गुण स्वर संधि। उदाहरण के लिए, जब अ और आ एक साथ आते हैं, तो वे आ में परिवर्तित हो जाते हैं। इस प्रकार, स्वर संधि भाषा की लय और प्रवाह को बनाए रखने में मदद करती है।