स्थायी लागत
स्थायी लागत (Fixed Cost) वे खर्च होते हैं जो उत्पादन की मात्रा के बावजूद स्थिर रहते हैं। उदाहरण के लिए, किराया, वेतन और बीमा प्रीमियम जैसे खर्च हर महीने एक समान रहते हैं, चाहे कंपनी कितनी भी वस्तुएं बनाए या बेचे।
इन लागतों का प्रबंधन व्यवसाय के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये लाभ और हानि की गणना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब उत्पादन बढ़ता है, तो स्थायी लागत प्रति यूनिट कम हो जाती है, जिससे लाभ में वृद्धि होती है। इसलिए, व्यवसायों को अपनी स्थायी लागत को समझना और नियंत्रित करना आवश्यक है।