स्टेरियोस्कोपिक इमेजिंग
स्टेरियोस्कोपिक इमेजिंग एक तकनीक है जो तीन-आयामी (3D) छवियों को बनाने के लिए उपयोग की जाती है। यह तकनीक दो अलग-अलग दृष्टिकोणों से ली गई छवियों को एक साथ मिलाकर काम करती है, जिससे मानव आंखों को गहराई का अनुभव होता है।
इस प्रक्रिया में, कैमरा या स्टेरियोस्कोप का उपयोग किया जाता है, जो दो छवियों को एक साथ प्रस्तुत करता है। जब व्यक्ति इन छवियों को देखता है, तो उसका मस्तिष्क उन्हें एकीकृत करता है, जिससे एक वास्तविकता जैसा 3D दृश्य उत्पन्न होता है।