सौम्य भाषा
सौम्य भाषा एक ऐसी भाषा है जो शांति, प्रेम और सहानुभूति को व्यक्त करती है। यह भाषा न केवल शब्दों के चयन में, बल्कि उनके उच्चारण और संवाद के तरीके में भी सौम्यता को दर्शाती है। सौम्य भाषा का उपयोग संवाद को सकारात्मक और सहयोगात्मक बनाने के लिए किया जाता है।
इसका महत्व समाज में अच्छे संबंधों को बनाए रखने में है। जब लोग सौम्य भाषा का प्रयोग करते हैं, तो वे एक-दूसरे के प्रति सम्मान और समझ का भाव व्यक्त करते हैं। यह न केवल व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत करता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद को भी प्रोत्साहित करता है।