सिम्फनी नंबर 40
सिम्फनी नंबर 40, जिसे वोल्फगैंग अमादस मोजार्ट ने 1788 में लिखा, एक प्रमुख क्लासिकल संगीत रचना है। यह सिम्फनी रोमांटिक और क्लासिकल संगीत के बीच की कड़ी को दर्शाती है। इसकी चार गति हैं, जो तेज़ और भावनात्मक हैं, और इसे अक्सर मोजार्ट की सबसे प्रसिद्ध सिम्फनी माना जाता है।
इस सिम्फनी की विशेषता इसकी गहरी भावनाएँ और जटिल संगीत संरचना है। यह ऑर्केस्ट्रा के लिए लिखी गई है और इसमें वायलिन, चेलो, और फ्लूट जैसे वाद्य यंत्र शामिल हैं। सिम्फनी नंबर 40 का प्रभाव आज भी संगीतकारों और श्रोताओं पर बना हुआ है।