सामाजिक पहचान
सामाजिक पहचान एक व्यक्ति की वह पहचान है जो उसके सामाजिक समूहों, जैसे कि जाति, धर्म, लिंग, और संस्कृति के आधार पर बनती है। यह पहचान व्यक्ति के अनुभवों, मूल्यों और विश्वासों को प्रभावित करती है, और समाज में उसकी भूमिका को निर्धारित करती है।
यह पहचान न केवल व्यक्तिगत स्तर पर महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सामूहिकता और एकता को भी बढ़ावा देती है। सामाजिक पहचान के माध्यम से लोग अपने समूह के साथ जुड़ते हैं और एक साझा संस्कृति और इतिहास का अनुभव करते हैं, जो उन्हें एक दूसरे के करीब लाता है।