सहकारी समितियों
सहकारी समितियाँ सहकारिता के सिद्धांत पर आधारित संगठन हैं, जो सदस्यों के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हितों की रक्षा करती हैं। ये समितियाँ आमतौर पर कृषि, उपभोक्ता, और श्रमिक क्षेत्रों में काम करती हैं, और सदस्यों को एकजुट होकर लाभ प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती हैं।
इन समितियों का मुख्य उद्देश्य सदस्यों को संसाधनों, सेवाओं और उत्पादों की बेहतर पहुँच प्रदान करना है। भारत में, सहकारी समितियाँ ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये समितियाँ स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और आर्थिक स्थिरता में भी योगदान करती हैं।