सर्वेश्वरवाद
सर्वेश्वरवाद एक दार्शनिक सिद्धांत है जो यह मानता है कि ईश्वर या सर्वशक्तिमान एकमात्र वास्तविकता है। इसके अनुसार, सभी चीजें और प्राणी ईश्वर के अस्तित्व से उत्पन्न होते हैं और उसी में समाहित होते हैं। यह विचारधारा हिंदू धर्म में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहाँ ब्रह्म को सर्वोच्च सत्ता माना जाता है।
इस सिद्धांत के अनुसार, सर्वेश्वर का अस्तित्व सभी जीवों और वस्तुओं में व्याप्त है। यह विचार हमें यह समझाता है कि सभी जीवों का एक समान संबंध है और हमें एकता और सहिष्णुता के साथ जीना चाहिए। सर्वेश्वरवाद का उद्देश्य मानवता को एकजुट करना और धर्म के माध्यम से आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देना है।