श्रम की नैतिकता
"श्रम की नैतिकता" का अर्थ है काम करने की महत्वता और उसके प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण। यह विचारधारा बताती है कि मेहनत और समर्पण से व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। श्रम को केवल आर्थिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि व्यक्तिगत विकास और समाज के उत्थान के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
इस नैतिकता में कर्मठता, ईमानदारी, और समर्पण जैसे गुणों को प्राथमिकता दी जाती है। यह सिद्धांत हमें सिखाता है कि श्रम का सम्मान करना चाहिए और मेहनत से अर्जित सफलता को मूल्यवान समझना चाहिए। इस प्रकार, श्रम की नैतिकता समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती है।