शांतनु
शांतनु एक महत्वपूर्ण पात्र हैं जो भारतीय महाकाव्य महाभारत में दिखाई देते हैं। वह हस्तिनापुर के राजा थे और गंगा की देवी से उनके विवाह से भीष्म का जन्म हुआ। शांतनु का जीवन कई घटनाओं से भरा हुआ है, जिसमें उनके दूसरे विवाह और उनके पुत्र पांडव और कौरव का जन्म शामिल है।
शांतनु का चरित्र न्याय और धर्म का प्रतीक है। उन्होंने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन हमेशा अपने कर्तव्यों का पालन किया। उनकी कहानी में प्रेम, बलिदान और परिवार के प्रति जिम्मेदारियों का महत्वपूर्ण स्थान है, जो उन्हें एक आदर्श राजा बनाता है।