लॉगरिदमिक स्पाइरल
लॉगरिदमिक स्पाइरल एक विशेष प्रकार की घुमावदार आकृति है जो गणितीय लॉगरिदम के सिद्धांत पर आधारित होती है। यह स्पाइरल समय के साथ बढ़ती जाती है, और इसका आकार हर चक्र में एक निश्चित अनुपात में बढ़ता है। इसे अक्सर गणित, भूगोल और प्रकृति में देखा जाता है।
यह स्पाइरल कई प्राकृतिक संरचनाओं में पाई जाती है, जैसे कि सीप और गुलाब के फूलों में। लॉगरिदमिक स्पाइरल का उपयोग आर्ट और डिजाइन में भी किया जाता है, क्योंकि यह एक आकर्षक और संतुलित रूप प्रदान करता है।