भाषाई पहचान
भाषाई पहचान एक सामाजिक और सांस्कृतिक अवधारणा है, जो किसी व्यक्ति या समूह की भाषा के माध्यम से उनकी पहचान को दर्शाती है। यह पहचान भाषा के उपयोग, बोलने के तरीके, और उस भाषा से जुड़े सांस्कृतिक तत्वों पर निर्भर करती है।
भाषाई पहचान का महत्व विभिन्न समुदायों में उनकी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने में होता है। यह भाषा के माध्यम से संस्कृति और समुदाय के बीच संबंध को मजबूत करती है, जिससे लोग अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं।