भक्तिकाल
भक्तिकाल भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण युग है, जो 15वीं से 17वीं शताब्दी के बीच फैला हुआ था। इस काल में भक्ति आंदोलन ने धार्मिक और सामाजिक बदलावों को जन्म दिया। भक्त कवियों ने अपने अनुभवों और भावनाओं को सरल भाषा में व्यक्त किया, जिससे आम जनता तक पहुँच बनी।
इस युग के प्रमुख कवियों में कबीर, मीरा बाई, और तुलसीदास शामिल हैं। इन कवियों ने भगवान के प्रति प्रेम और भक्ति को केंद्रित किया, और जाति-धर्म के भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया। भक्तिकाल ने भारतीय संस्कृति में एक नई चेतना और एकता का संचार किया।