ब्रेटन
ब्रेटन एक महत्वपूर्ण आर्थिक व्यवस्था है, जिसे 1944 में स्थापित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देना और देशों के बीच व्यापार को सरल बनाना था। इस प्रणाली के तहत, अमेरिकी डॉलर को एक प्रमुख मुद्रा के रूप में मान्यता दी गई, और अन्य देशों की मुद्राओं को डॉलर के मुकाबले स्थिरता प्रदान की गई।
ब्रेटन प्रणाली में, देशों ने अपने मुद्राओं को डॉलर के साथ एक निश्चित दर पर जोड़ा। यह व्यवस्था 1971 में समाप्त हो गई, जब अमेरिका ने डॉलर को सोने के साथ जोड़ने की प्रणाली को समाप्त कर दिया। इसके बाद, वैश्विक वित्तीय प्रणाली में कई बदलाव आए, जिससे फ्लोटिंग एक्सचेंज रेट प्रणाली का विकास हुआ।