प्राकृतिक चयन
प्राकृतिक चयन एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीवों की विशेषताएँ समय के साथ विकसित होती हैं। यह प्रक्रिया तब होती है जब कुछ जीवों में ऐसे गुण होते हैं जो उन्हें अपने पर्यावरण में जीवित रहने और प्रजनन करने में मदद करते हैं। ऐसे जीव अधिक सफल होते हैं और अपने गुणों को अगली पीढ़ी में स्थानांतरित करते हैं।
इस प्रक्रिया का सिद्धांत चार्ल्स डार्विन द्वारा प्रस्तुत किया गया था। प्राकृतिक चयन के माध्यम से, जीवों की प्रजातियाँ धीरे-धीरे बदलती हैं और नए वातावरण के अनुकूल होती हैं। यह विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो जैव विविधता को बढ़ाता है।