प्राकृतिक कानून
प्राकृतिक कानून एक सिद्धांत है जो यह मानता है कि कुछ नैतिक और कानूनी सिद्धांत स्वाभाविक रूप से मानवता के लिए सही हैं। यह विचार करता है कि ये सिद्धांत मानवता के लिए सार्वभौमिक हैं और इन्हें किसी भी समाज में लागू किया जा सकता है। प्राकृतिक कानून का आधार मानव के अधिकारों और स्वतंत्रता पर होता है।
इस सिद्धांत का विकास प्राचीन ग्रीस में हुआ था और इसे रोमन कानून और मध्यकालीन विचारकों द्वारा आगे बढ़ाया गया। प्राकृतिक कानून का उपयोग न्याय और नीति के निर्माण में किया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि कानून मानवता के मूलभूत अधिकारों का सम्मान करें।