परिणीता
"परिणीता" एक प्रसिद्ध हिंदी उपन्यास है, जिसे शरत चंद्र चट्टोपाध्याय ने लिखा है। यह कहानी एक युवा लड़की, नलिनी, के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने परिवार की परंपराओं और समाज के दबावों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करती है। उपन्यास में प्रेम, त्याग और सामाजिक मुद्दों को गहराई से दर्शाया गया है।
इस उपन्यास का मुख्य विषय विवाह और उसके सामाजिक पहलुओं पर केंद्रित है। परिणीता को कई बार नाटकों और फिल्मों में रूपांतरित किया गया है, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है। यह कहानी न केवल भारतीय समाज की जटिलताओं को उजागर करती है, बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और प्रेम की खोज को भी दर्शाती है।