नौवीं सिम्फनी
नौवीं सिम्फनी, जिसे लुडविग वान बीथोवेन की अंतिम सिम्फनी के रूप में जाना जाता है, 1824 में पूरी हुई। यह सिम्फनी अपने समय की एक महत्वपूर्ण कृति है और इसे शास्त्रीय संगीत में एक मील का पत्थर माना जाता है।
इस सिम्फनी की विशेषता इसका अंतिम आंदोलन है, जिसमें फ्रेडरिक शिलर की कविता "ओडे टू जॉय" का संगीतबद्ध रूप प्रस्तुत किया गया है। यह मानवता, भाईचारे और एकता का संदेश देती है, और इसे विश्वभर में कई बार प्रस्तुत किया गया है।