नॉन-वर्बल कम्युनिकेशन
नॉन-वर्बल कम्युनिकेशन का अर्थ है बिना शब्दों के संवाद करना। इसमें शारीरिक भाषा, चेहरे के हाव-भाव, आँखों का संपर्क, और इशारों का उपयोग शामिल होता है। यह संवाद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि यह भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने में मदद करता है।
इस प्रकार की कम्युनिकेशन अक्सर शब्दों से अधिक प्रभावी होती है। उदाहरण के लिए, जब कोई व्यक्ति मुस्कुराता है, तो यह दोस्ताना भावना को दर्शाता है। इसी तरह, शारीरिक भाषा और चेहरे के हाव-भाव किसी व्यक्ति की सच्ची भावनाओं को प्रकट कर सकते हैं, जो शब्दों से छिपी हो सकती हैं।