नृत्य शैलियों
नृत्य शैलियों का अर्थ विभिन्न प्रकार के नृत्य रूपों से है, जो सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक संदर्भों में विकसित हुए हैं। भारत में, नृत्य शैलियों को मुख्यतः शास्त्रीय और लोक नृत्य में वर्गीकृत किया जाता है। शास्त्रीय नृत्य शैलियों में क Kathak, भरतनाट्यम, क Kuchipudi, और ओडिसी शामिल हैं, जबकि लोक नृत्य में गिद्दा, भांगड़ा, और गौरा जैसे रूप होते हैं।
प्रत्येक नृत्य शैली की अपनी विशेषताएँ, तकनीकें और प्रदर्शन के तरीके होते हैं। शास्त्रीय नृत्य में शारीरिक मुद्राएँ और भावनाएँ महत्वपूर्ण होती हैं, जबकि लोक नृत्य आमतौर पर सामूहिक रूप से किया जाता है और इसमें उत्सव का माहौल होता है। ये