नज़रों का धोखा
"नज़रों का धोखा" एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपनी आँखों से देखी गई चीज़ों को सही तरीके से नहीं समझ पाता। यह भ्रम या गलतफहमी का कारण बन सकता है, जैसे कि किसी वस्तु का आकार, रंग या स्थिति।
यह स्थिति अक्सर दृष्टि संबंधी समस्याओं, मनोवैज्ञानिक तनाव, या भ्रमण के कारण होती है। उदाहरण के लिए, किसी व्यक्ति को एक वस्तु को देखकर ऐसा लग सकता है कि वह बहुत बड़ी है, जबकि वास्तव में वह छोटी हो सकती है। इस प्रकार के धोखे से व्यक्ति की सोच और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।