धर्मराज
धर्मराज, जिसे युधिष्ठिर के नाम से भी जाना जाता है, महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक हैं। वह पांडव भाइयों में सबसे बड़े हैं और उन्हें न्याय, सत्य और धर्म का प्रतीक माना जाता है। धर्मराज का मुख्य उद्देश्य हमेशा सत्य और धर्म के मार्ग पर चलना रहा है, और उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं जो उनके नैतिक मूल्यों को दर्शाते हैं।
धर्मराज का नाम धर्म से जुड़ा हुआ है, जो कि भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण है। उन्हें यमराज का अवतार भी माना जाता है, जो मृत्यु और न्याय के देवता हैं। धर्मराज की विशेषता यह है कि वह हमेशा अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देते हैं और अपने परिवार और समाज के लिए आदर्श स्थापित करते हैं।