द पर्सिस्टेंस ऑफ़ मेमोरी
"द पर्सिस्टेंस ऑफ़ मेमोरी" एक प्रसिद्ध चित्र है जिसे सल्वाडोर डाली ने 1931 में बनाया था। यह चित्र समय की लचीली और अस्थायी प्रकृति को दर्शाता है, जिसमें पिघलते हुए घड़ियाँ और एक सपने जैसा परिदृश्य शामिल है।
इस चित्र में, डाली ने समय के अनुभव को चुनौती दी है, यह दिखाते हुए कि कैसे वास्तविकता और समय की धारणा बदल सकती है। यह कला का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है, जो सुरियलिज़्म आंदोलन का हिस्सा है और दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है।