थर्मल इंजीनियरिंग
थर्मल इंजीनियरिंग एक विशेष क्षेत्र है जो ताप और ऊर्जा के प्रबंधन से संबंधित है। यह विज्ञान और इंजीनियरिंग के सिद्धांतों का उपयोग करके तापीय ऊर्जा को उत्पन्न, परिवर्तित और उपयोग करने के तरीकों का अध्ययन करता है। इसमें इंजन, हीट एक्सचेंजर, और कूलिंग सिस्टम जैसे उपकरणों का डिज़ाइन और विश्लेषण शामिल है।
इस क्षेत्र में काम करने वाले इंजीनियरों को तापीय प्रक्रियाओं, ऊर्जा रूपांतरण, और तापीय संतुलन के सिद्धांतों की गहरी समझ होनी चाहिए। थर्मल इंजीनियरिंग का उपयोग विभिन्न उद्योगों में किया जाता है, जैसे ऊर्जा उत्पादन, वायु परिवहन, और निर्माण, ताकि ऊर्जा दक्षता और प्रदर्शन में सुधार किया जा सके।