डिफरेंशियल कैलकुलस
डिफरेंशियल कैलकुलस गणित की एक शाखा है जो फ़ंक्शन्स की दरों में परिवर्तन का अध्ययन करती है। यह मुख्य रूप से डेरिवेटिव के सिद्धांत पर आधारित है, जो किसी फ़ंक्शन के ग्राफ पर एक बिंदु पर ढलान या झुकाव को दर्शाता है।
इसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे भौतिकी, अर्थशास्त्र, और इंजीनियरिंग। डिफरेंशियल कैलकुलस हमें यह समझने में मदद करता है कि कैसे एक मात्रा दूसरी मात्रा के साथ बदलती है, जिससे हम जटिल समस्याओं को हल कर सकते हैं।