जुमे की नमाज
जुमे की नमाज, जिसे जुमे की नमाज़ भी कहा जाता है, इस्लाम में हर शुक्रवार को अदा की जाने वाली विशेष नमाज है। यह नमाज दोपहर की नमाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे सामूहिक रूप से मस्जिद में अदा किया जाता है। जुमे की नमाज में एक विशेष खुतबा (भाषण) होता है, जिसमें इमाम धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करता है।
इस नमाज का महत्व इस्लाम में बहुत अधिक है, क्योंकि यह मुसलमानों को एकत्रित होने और एक-दूसरे के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। जुमे की नमाज अदा करने से पहले, मुसलमानों को वुज़ू (पवित्रता) करना आवश्यक होता है। यह नमाज न केवल धार्मिक कर्तव्य है, बल्कि यह समुदाय की एकता और भाईचारे