ज़ुल-हिज्जा
ज़ुल-हिज्जा इस्लामी कैलेंडर का बारहवां और अंतिम महीना है। यह महीना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें हज का आयोजन होता है, जो इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। ज़ुल-हिज्जा के पहले दस दिन विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं, और इन दिनों में अच्छे कार्यों का विशेष महत्व होता है।
इस महीने के 10वें दिन, ईद-उल-अज़हा मनाई जाती है, जो बलिदान के प्रतीक के रूप में जानी जाती है। यह दिन इब्राहीम की कुरबानी की याद में मनाया जाता है, जब उन्होंने अपने बेटे इस्माइल की बलिदान देने की तैयारी की थी। ज़ुल-हिज्जा का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए आध्यात्मिकता और समर्पण का समय है।