जन्मेजय
जन्मेजय एक प्रमुख पात्र हैं जो भारतीय महाकाव्य महाभारत में वर्णित हैं। वे पांडवों के वंशज और परिक्षित के पुत्र हैं। जन्मेजय का नाम विशेष रूप से नाग यज्ञ के लिए जाना जाता है, जिसमें उन्होंने नागों का विनाश करने के लिए एक बड़ा यज्ञ आयोजित किया था।
उनका यज्ञ महाभारत की कथा में महत्वपूर्ण मोड़ लाता है, क्योंकि यह नागों के प्रति उनके प्रतिशोध का प्रतीक है। जन्मेजय की कहानी में कृष्ण और अन्य पांडव पात्रों का भी उल्लेख है, जो उनके जीवन और कार्यों को प्रभावित करते हैं।