चार आर्य सत्य
चार आर्य सत्य Buddhism के चार मूलभूत सिद्धांत हैं जो जीवन की वास्तविकता को समझने में मदद करते हैं। पहला सत्य है "दुख" (दुख का अनुभव), जो यह बताता है कि जीवन में दुख और पीड़ा अनिवार्य हैं।
दूसरा सत्य "दुख का कारण" है, जो बताता है कि दुख का मुख्य कारण तृष्णा (इच्छा) है। तीसरा सत्य "दुख का अंत" है, जो यह दर्शाता है कि दुख को समाप्त किया जा सकता है। अंत में, चौथा सत्य "मार्ग" है, जो आष्टांगिक मार्ग (आठfold path) का पालन करने की सलाह देता है, जिससे व्यक्ति दुख से मुक्ति पा सकता है।