चंद्रगुप्त द्वितीय
चंद्रगुप्त द्वितीय, जिसे विक्रमादित्य के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय इतिहास के गुप्त साम्राज्य का एक प्रमुख सम्राट था। उसने लगभग 375 से 415 ईस्वी तक शासन किया और अपने साम्राज्य को विस्तारित किया। चंद्रगुप्त द्वितीय ने कला, विज्ञान और संस्कृति को बढ़ावा दिया, जिससे गुप्त काल को "स्वर्ण युग" कहा जाता है।
उनके शासनकाल में उज्जैन को एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित किया गया। चंद्रगुप्त द्वितीय ने हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म दोनों को संरक्षण दिया, जिससे धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा मिला। उनके समय में कालिदास जैसे महान कवियों और आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञों ने भी योगदान दिया