कर्मभूमि
"कर्मभूमि" एक प्रसिद्ध हिंदी उपन्यास है, जिसे रवींद्रनाथ ठाकुर ने लिखा है। यह उपन्यास भारतीय समाज की सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं को उजागर करता है। कहानी का मुख्य पात्र कृष्णकांत है, जो अपने आदर्शों के लिए संघर्ष करता है और समाज में बदलाव लाने की कोशिश करता है।
इस उपन्यास में स्वतंत्रता संग्राम के समय की पृष्ठभूमि है, जो पाठकों को उस युग की चुनौतियों और संघर्षों से परिचित कराती है। "कर्मभूमि" में नैतिकता, समाज सेवा और व्यक्तिगत बलिदान के महत्व को दर्शाया गया है, जो इसे एक प्रेरणादायक कृति बनाता है।