कथकली
कथकली एक पारंपरिक भारतीय नृत्य नाटक है, जो मुख्य रूप से केरल राज्य में प्रचलित है। यह नृत्य कला 17वीं शताब्दी में विकसित हुई और इसे विशेष रूप से धार्मिक और पौराणिक कथाओं को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। कथकली में रंग-बिरंगे मुखौटे, भव्य परिधान और जटिल नृत्य मुद्राएँ शामिल होती हैं।
इस नृत्य में संगीत, नृत्य और अभिनय का समावेश होता है, जिसमें कलाकार अपनी भावनाओं को चेहरे के हाव-भाव और शारीरिक भाषा के माध्यम से व्यक्त करते हैं। कथकली के प्रदर्शन में मृदंगम और चेंडा जैसे वाद्य यंत्रों का उपयोग किया जाता है, जो इसकी विशेषता को और बढ़ाते हैं।