कटी पतंग
कटी पतंग एक प्रसिद्ध हिंदी कविता है, जिसे सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' ने लिखा है। इस कविता में एक कटी हुई पतंग की कहानी के माध्यम से जीवन की अनिश्चितता और संघर्ष को दर्शाया गया है। यह पतंग आसमान में उड़ने की कोशिश करती है, लेकिन अंततः उसे गिरना पड़ता है।
कविता में पतंग का गिरना एक प्रतीक है, जो हमें यह सिखाता है कि जीवन में सफलता और असफलता दोनों का सामना करना पड़ता है। कटी पतंग का यह संदेश हमें प्रेरित करता है कि हमें अपने सपनों की ओर बढ़ते रहना चाहिए, चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं।