एरोस्पेस इंजीनियर वह विशेषज्ञ होते हैं जो विमान और अंतरिक्ष यान के डिज़ाइन, विकास और परीक्षण में काम करते हैं। उनका काम एरोडायनामिक्स, स्ट्रक्चरल एनालिसिस, और प्रोपल्शन जैसे क्षेत्रों में होता है। ये इंजीनियर नई तकनीकों का उपयोग करके सुरक्षित और प्रभावी उड़ान प्रणालियों का निर्माण करते हैं।
एरोस्पेस इंजीनियरिंग में काम करने के लिए सामान्यतः इंजीनियरिंग की डिग्री की आवश्यकता होती है, विशेषकर मैकेनिकल या एरोस्पेस इंजीनियरिंग में। ये पेशेवर NASA और अन्य एरोस्पेस कंपनियों में कार्यरत होते हैं, जहाँ वे उड़ान परीक्षण और उपग्रह विकास में योगदान देते हैं।