एडिक्ट ऑफ मिलान
एडिक्ट ऑफ मिलान, जिसे कॉनस्टेंटाइन का एडिक्ट भी कहा जाता है, 313 ईस्वी में जारी किया गया था। यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज था जिसने रोमन साम्राज्य में ईसाई धर्म को वैधता प्रदान की। इसके द्वारा सभी धर्मों को स्वतंत्रता दी गई, जिससे ईसाईयों को अपने विश्वास का पालन करने की अनुमति मिली।
इस एडिक्ट ने धार्मिक सहिष्णुता की नींव रखी और कॉनस्टेंटाइन के शासनकाल में ईसाई धर्म के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह न केवल ईसाईयों के लिए, बल्कि अन्य धर्मों के अनुयायियों के लिए भी एक सकारात्मक बदलाव था, जिसने साम्राज्य में धार्मिक विविधता को बढ़ावा दिया।