उधारी नीति
उधारी नीति एक वित्तीय व्यवस्था है जिसमें किसी व्यक्ति या संगठन को वस्त्र, सेवाएँ या धन उधार दिया जाता है। यह नीति आमतौर पर व्यापारिक लेन-देन में उपयोग की जाती है, जहाँ उधारी की शर्तें और भुगतान की समय सीमा निर्धारित की जाती हैं।
इस नीति का मुख्य उद्देश्य व्यापार को बढ़ावा देना और ग्राहकों को सुविधाएँ प्रदान करना है। उधारी नीति के अंतर्गत, उधार लेने वाले को समय पर भुगतान करने की जिम्मेदारी होती है, और यदि वह समय पर भुगतान नहीं करता है, तो उसे ब्याज या दंड का सामना करना पड़ सकता है।