उड़िया लिपि
उड़िया लिपि, जिसे उड़िया या ओड़िया लिपि भी कहा जाता है, भारत के उड़ीसा राज्य में उपयोग की जाने वाली एक प्रमुख लिपि है। यह लिपि देवनागरी और बंगाली लिपियों से अलग है और इसकी विशेषता इसके गोल आकार और विशेष वर्णों में है। उड़िया लिपि का उपयोग उड़िया भाषा को लिखने के लिए किया जाता है, जो एक प्राचीन और समृद्ध भाषा है।
उड़िया लिपि में 11 स्वर और 36 व्यंजन होते हैं। यह लिपि मुख्य रूप से साहित्य, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उड़िया लिपि का विकास 10वीं शताब्दी के आसपास हुआ और यह आज भी उड़िया भाषी लोगों के लिए पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।