इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ
इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ एक संचार उपकरण है जो विद्युत संकेतों का उपयोग करके संदेशों को दूरस्थ स्थानों पर भेजता है। इसे 1830 के दशक में सैमुअल मोर्स द्वारा विकसित किया गया था। इस प्रणाली में एक कोड का उपयोग किया जाता है, जिसे मोर्स कोड कहा जाता है, जिसमें बिंदु और रेखाएँ होती हैं जो अक्षरों और संख्याओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।
इलेक्ट्रिक टेलीग्राफ ने संचार के क्षेत्र में क्रांति ला दी, जिससे संदेशों को तेजी से और प्रभावी ढंग से भेजा जा सकता था। यह प्रणाली विशेष रूप से व्यापार, समाचार और सैन्य संचार में महत्वपूर्ण थी। इसके विकास ने बाद में अन्य संचार तकनीकों, जैसे टेलीफोन और इंटरनेट, के लिए आधार तैयार किया।