आर्थिक खतरे
आर्थिक खतरे वे स्थितियाँ हैं जो किसी देश, संगठन या व्यक्ति की वित्तीय स्थिरता को प्रभावित कर सकती हैं। ये खतरे विभिन्न रूपों में आ सकते हैं, जैसे कि महंगाई, बेरोजगारी, या बाजार में उतार-चढ़ाव। जब ये खतरे बढ़ते हैं, तो वे निवेश, बचत और खर्च करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
इन खतरों का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है ताकि आर्थिक विकास को बनाए रखा जा सके। सरकारें और वित्तीय संस्थाएँ नीतियाँ और उपाय लागू करती हैं ताकि इन खतरों को कम किया जा सके। सही समय पर कदम उठाने से आर्थिक स्थिरता को सुरक्षित रखा जा सकता है।