आचार्य शंकर
आचार्य शंकर, जिन्हें शंकराचार्य के नाम से भी जाना जाता है, एक महान भारतीय दार्शनिक और धार्मिक नेता थे। उनका जन्म 788 ईस्वी में केरल में हुआ था। उन्होंने Advaita Vedanta के सिद्धांत को विकसित किया, जो अद्वितीयता और ब्रह्म के एकत्व की बात करता है।
आचार्य शंकर ने भारत में हिंदू धर्म के पुनर्जागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई मठों की स्थापना की और वेदों और उपनिषदों के ज्ञान को फैलाने का कार्य किया। उनकी शिक्षाएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और भारतीय दार्शनिकता में उनका योगदान अमूल्य है।