आंतरिक कान
आंतरिक कान, जिसे कान का सबसे गहरा हिस्सा कहा जाता है, सुनने और संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें कोक्लिया, सुनने की कोशिकाएँ, और सेमिसर्कुलर नलिकाएँ शामिल हैं। कोक्लिया ध्वनि तरंगों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करता है, जो मस्तिष्क तक पहुँचते हैं।
आंतरिक कान का संतुलन बनाए रखने में भी योगदान होता है। सेमिसर्कुलर नलिकाएँ शरीर की स्थिति और गति का पता लगाती हैं, जिससे हमें संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। यह संरचना हमारे दैनिक जीवन में सुनने और संतुलन के लिए आवश्यक है।